Tuesday, September 21, 2010

पाक में परमाणु भट्टी लगा रहा है चीन

चीन की मदद से पाकिस्तान में अब 1-गीगावाट का परमाणु ऊर्जा संयंत्र लग सकता है। इसे लेकर चीन की प्रमुख परमाणु ऊर्जा कंपनी और पाकिस्तान के बीच बातचीत चल रही है। उनके इस कदम से भारत और अमेरिका समेत अंतरराष्ट्रीय बिरादरी की चिंताएं बढ़ सकती हैं।


पाकिस्तान के प्रमुख परमाणु ऊर्जा संयंत्र को लगाने में चीन पहले ही मदद दे चुका है। यह संयंत्र पंजाब प्रांत के चश्मा में स्थापित है। यहां पर एक रिएक्टर काम कर रहा है जबकि दूसरा बनकर तैयार होने वाला है। पाकिस्तान में दो और संयंत्र लगाने का कांट्रेक्ट चीन के पास है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इसे लेकर अपनी चिंताएं पहले ही जता चुका है।


चाइना नेशनल न्यूक्लियर कॉर्प (सीएनएनसी) के उपाध्यक्ष क्यू जिआनगैंग ने बीजिंग में सोमवार को बताया कि उनकी कंपनी इन कांट्रेक्ट के अलावा भी बड़े संयंत्र लगाने पर विचार कर रही है। जिआनगैंग के मुताबिक, चश्मा में 300 मेगावाट रिएक्टर के सुरक्षित और सफल ऑपरेशन के बाद अब दूसरे रिएक्टर का परीक्षण किया जा रहा है और यह इस साल के अंत तक काम करना शुरू कर देगा।


अब सीएनएनसी द्वारा 1-गीगावाट का परमाणु संयंत्र स्थापित करने को लेकर दोनों पक्षों के बीच बातचीत चल रही है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इस बड़े संयंत्र को लेकर हो रही बातचीत में कौन-कौन शामिल हैं और यह चर्चा कहां तक पहुंच चुकी है।


जिआनगैंग ने बताया कि चश्मा में 300-300 मेगावाट की क्षमता वाले नंबर 3 और नंबर 4 रिएक्टर लगाने को लेकर दोनों देशों के बीच पहले ही कांट्रेक्ट हो चुका है।

गुजरात दंगा : एसआईटी ने झडफिया, टंडन व गोंदिया को तलब किया, गिरफ्तारी संभव

अहमदाबाद. वर्ष 2002 में गोधरा कांड के बाद भड़के दंगों की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने तत्कालीन गृह राज्यमंत्री गोरधन झडफिया व दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को तलब किया है। समन भेज कर तीनों को सोमवार 20 सितंबर को जांच एजेंसी के कार्यालय में पेश होने को कहा गया है। इन पर दंगों के दौरान अहमदाबाद में हुए नरोडा पाटिया, नरोडा गांव तथा गुलबर्ग सोसाइटी हत्याकांड के समय कर्तव्य निर्वाह में कोताही संबंधी आरोप हैं। जांच एजेंसी द्वारा तलब किए गए पुलिस अधिकारियों में सेवानिवृत्त एडीजी एमके टंडन तथा सीआईटी-क्राइम के तत्कालीन आईजीपी पीबी गोंदिया शामिल हैं।

मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर सकती है जांच एजेंसी: बहरहाल, सूत्रों का कहना है कि एसआईटी उक्त तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर इन्हें गिरफ्तार कर सकती है। गौरतलब है कि एसआईटी सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर गुजरात दंगों के चिंहित नौ मामलों की छानबीन कर रही है। जांच एजेंसी ने छानबीन की अंतरिम रिपोर्ट भी सर्वोच्च न्यायालय को सौंपी है। इसमें झडफिया,टंडन व गोंदया के खिलाफ मामला दर्ज करने की अनुमति मांग गई है। इसके लिए जांच एजेंसी ने तीनों की दंगों में कथित भूमिका का आधार प्रस्तुत किया। अंतरिम रिपोर्ट में उक्त तीनों मामलों की नए सिरे से जांच की आवश्यकता भी जताई गई थी।

. .तो चौथी पेशी होगी झडफिया की : पूर्व गृह राज्यमंत्री झडफिया समन के जवाब में यदि सोमवार को पेश हुए तो इस जांच एजेंसी के समक्ष उनकी यह चौथी पेशी होगी। इससे पहले वे तीन बार उपस्थित होकर अपना पक्ष रख चुके हैं। हालांकि बदले हालात में झडफिया की इस पेशी पर भाजपा सहित सभी की कड़ी नजर है। कारण, अब झडफिया भाजपा में नहीं हैं । इतना ही नहीं वे एसआईटी प्रमुख राघवन को पत्र लिख कर गवाह बनने की इच्छा जता चुके हैं।

पंजाब कांग्रेस रिश्तेदारों की

चंडीगढ़. पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने डेलीगेट्स की सूची में जिन 23 नए चेहरों को शामिल किया है, उनमें कांग्रेसी नेताओं ने मेहनती कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर अपनी पत्नियों, दामाद, बेटों व अन्य रिश्तेदारों को शामिल किया है। इन नए डेलीगेट्स की योग्यता केवल इतनी है कि वे कांग्रेसी नेताओं के चहेते हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल जहां अपने बेटे और एक नजदीकी रिश्तेदार को डेलीगेट्स की सूची में डालने में कामयाब रही हैं, वहीं नए सांसद और विधायकों ने अपनी पत्नियों और बेटों को इस सूची में जगह दिलाने में सफलता हासिल की है।

इसी तरह कैप्टन अमरिंदर सिंह के नजदीकी विधायक राणा सोढी और पांडीचेरी के लेफ्टिनेंट गवर्नर इकबाल सिंह ने अपने बेटे को सूची में डलवा दिया है, जबकि इनकी पार्टी के प्रति कोई अहम भूमिका नहीं बताई जा रही। उधर, एक दर्जन से अधिक विधायकों ने अपनी पत्नियों और बेटों को डेलीगेट बनाने में ज्यादा रुचि दिखाई, जबकि पूर्व विधायक भी पीछे नहीं रहे। इनमें कुछ डेलीगेट तो ऐसे भी बनाए गए हैं, जो हमेशा दिल्ली में रहे हैं और पंजाब में नामात्र ही आए हैं। पंजाब प्रदेश कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष मोहिंदर सिंह केपी भी कोई कसर न छोड़ते हुए अपने नजदीकी रिश्तेदारों को सूची में शामिल कराने में कामयाब रहे।

इस संबंध में पंजाब में हाईकमान द्वारा तैनात पीआरओ ऊषा ठक्कर ने केवल इतना ही कहा कि डेलीगेट्स की सूची का काम मुकम्मल हो चुका है और इस बारे में हाईकोर्ट को जानकारी दे दी गई है। इसमें बदलाव फिलहाल संभव नहीं है।

कोई सगा तो कोई चहेता

चरणजीत कौर पत्नी सांसद प्रताप सिंह बाजवानिर्मलजीत कौर पत्नी विधायक सुखसरकारियाअभय इकबाल सिंह पुत्र लेफ्टिनेंट गवर्नर पांडीचेरीअनुमीत सोढी पुत्र विधायक राणा सोढीदलजीत कौर पत्नी विधायक बलबीर सिंह सिद्धूमेजर सिंह पुत्र विधायक गुरदीप भैणीगुरदयाल कौर खंघूड़ा पत्नी विधायक जस्सी खंघूड़ासर्बजीत कौर पत्नी विधायक ईश्वर सिंह मेहरबानराहुल इंद्र सिंह सिद्धू पुत्र पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठलकमलजीत सिंह पुत्र पूर्व विधायक अमरीक सिंह ढिल्लोंविक्रम बाजवा नजदीकी रिश्तेदार पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठलहरबंस कौर ढिल्लों पत्नी पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शमशेर सिंह ढिल्लोंरवि किरन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहिंदर सिंह केपी की पत्नी की बहनरणधीर सिंह पुक्की पुत्र सांसद सुखदेव सिंह लिबड़ाजसबीर कौर पत्नी विधायक अजीत सिंह शांतकमलजीत सिंह बराड़ पुत्र विधायक दर्शन सिंह बराड़स्वर्णलता जैन पत्नी मोगा के विधायक जेपी जैन नवदीप सिंह बराड़ पुत्र विधायक अवतार सिंह बराड़अमृता वड़िंग पत्नी राजा वडिं़ग (ऑल इंडिया यूथ कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी)अरुणा सिंगला पत्नी पूर्व विधायक रमेश कुमार सिंगलामनजीत कौर पत्नी विधायक केवल सिंह ढिल्लों

अजमेर जिले में धारा 144 लागू

अजमेर.अयोध्या में विवादित स्थान से संबंधित 24 सितंबर को आने वाले न्यायालय के फैसले के मद्देनजर कलेक्टर ने जिले में धारा 144 के तहत विभिन्न गतिविधियों पर रोक लगा दी है। कलेक्टर ने शांति व्यवस्था के लिए अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।


सोमवार को हुई बैठक में एसपी ने सुरक्षा इंतजाम संबंधी जानकारी दी है। कलेक्टर ने सोमवार को बैठक में सभी उपखंड अधिकारियों को सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध करने की हिदायत दी। पटवारी और ग्राम सेवकों को भी संवेदनशील होकर कार्य करने के लिए पाबंद किया गया है।


कलेक्टर राजेश यादव ने कहा कि उपखंड अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में शांति समिति पदाधिकारियों से साथ बैठक कर अभी से सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर लें। एसपी हरिप्रसाद ने बताया कि भड़काने वाली गतिविधियां रोकने के लिए पुख्ता व्यवस्था की गई हैं।

'कश्‍मीर हमारा, ज्‍यादा दबाव न बनाए अमेरिका'

कश्‍मीर में घुसपैठ और आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे पाकिस्‍तान को जब 2002 में अमेरिका ने लताड़ा था, तो उसने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। अमेरिका ने पाकिस्तान को सीमापार घुसपैठ बंद करने को कहा था। लेकिन पाकिस्तान ने दो टूक जवाब देते हुए कहा था, 'कश्मीर हमारा है। इस मुद्दे पर ज्‍यादा दबाव न बनाएं।' अमेरिका और पाकिस्तान के हुक्मरान के बीच 9/11 की घटना के बाद हुई बातचीत के खुलासे के बाद यह 'सच' सामने आया है।

अमेरिका के विदेश मंत्रालय में पॉलिसी प्लानिंग स्टाफ के तत्कालीन निदेशक रिचर्ड हास और पाकिस्तानी सेना के एक अज्ञात अधिकारी के बीच 31 अक्टूबर, 2002 को यह बातचीत हुई थी। अमेरिका-पाकिस्तान सहयोग के मुद्दे पर हुई इस बातचीत का ब्योरा सामने आने के बाद यह साफ हो गया है कि पाकिस्तान ने अमेरिकी प्रशासन को कश्‍मीर के बारे में अपने नापाक इरादों के बारे में साफ-साफ बता दिया था।

यह बातचीत 9/11 हमले के करीब एक साल बाद हो रही थी। यह वह दौर था, जब अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्‍तान को सबसे ज्‍यादा भरोसेमंद सहयोगी और दोस्‍त बताता व मानता था। संभवत: इसी का फायदा उठा कर पाकिस्‍तान ने अमेरिका के सामने कश्‍मीर को लेकर अपनी मंशा साफ जाहिर कर दी थी।

गौरतलब है कि कश्‍मीर में पाकिस्‍तान प्रायोजित आतंकवाद एक जमाने में चरम पर था। भारतीय सुरक्षा बलों ने अपने अनेक जांबाजों की शहदात के बाद अब आतंकवाद  पर काफी हद तक काबू पा लिया है। पर पिछले कुछ महीनों से अलगाववादी एक बार फिर कश्‍मीर को हिंसा की आग में झोंकने में कामयाब रहे हैं।

दस्तावेजों के मुताबिक हास ने शीर्ष अधिकारियों को बताया था कि वह भारत के उस ऐलान से खुश हैं जिसमें भारत ने सीमा से सैनिकों का जमावड़ा घटाने की बात कही थी। सैनिकों की सीमा पर तैनाती घटने से हास को लगता था कि पाकिस्तानी संसाधनों का इस्तेमाल अफगानिस्तान की सीमा सटे इलाकों को सील करने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में किया जा सकेगा।

हास ने कहा था कि ऐसा लगता है कि भारत रिश्तों को दोबारा जोड़ना चाहता है लेकिन सीमापार से जारी घुसपैठ इस दिशा में बड़ी बाधा है। दस्तावेजों के मुताबिक, हास ने कहा था कि अमेरिका मानता था कि घुसपैठ हो रही है। इसे रोकने से पाकिस्तान के अमेरिका और भारत-दोनों से रिश्ते बेहतर होते। पाकिस्तान के दोस्तों को घुसपैठ के चलते उसकी मदद करने में दिक्कत होती है।   

पाकिस्तान के अधिकारियों ने माना था कि कश्मीर के मुद्दे के चलते हमारे रिश्तों पर असर पड़ रहा है। लेकिन कश्मीर पर पाकिस्तान का रुख 'इंसाफ' पर आधारित है। कश्मीर हमारा होना चाहिए था। पाकिस्तानी लोग इस बात के लिए कतई तैयार नहीं होंगे कि लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) को अंतरराष्ट्रीय सीमा बना दिया जाए। मुशर्रफ को कश्मीर बहुत 'महंगा' पड़ा। पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा, 'मुशर्रफ के विरोधियों ने उनकी कश्मीर और अफगानिस्तान के मुद्दे पर खूब खिंचाई की है।' 

पाकिस्‍तानी संसद में कश्‍मीर पर उगली गई आग

इस्‍लामाबाद. कश्मीर समस्या के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत सरकार की पहल से पाकिस्तान में बेचैनी है। 29 सदस्यों का एक सर्वदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर के दो दिनों के दौर पर है। लेकिन लगता है कि पाकिस्तान को भारत की यह कोशिश अच्छी नहीं लग रही है। इस पहल के बाद पाकिस्‍तानी नेता अपनी संसद तक में आग उगल रहे हैं।

पाकिस्‍तानी सीनेट में विपक्ष के नेता वसीम सज्‍जाद ने एक प्रस्‍ताव पेश किया। इसका समर्थन सदन के नेता नय्यर हुसैन बुखारी ने किया। प्रस्‍ताव में कहा गया कि ‘भारत ने कश्‍मीर के जिस भूभाग पर कब्‍जा कर लिया है, वहां वह लोगों का भयंकर दमन कर रहा है। इस ओर अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय को तत्‍काल ध्‍यान देना चाहिए।’

यही नहीं, प्रस्‍ताव में कश्‍मीर की अवाम को उनकी लड़ाई में हर तरह का समर्थन देने का वादा भी किया गया। बुखारी ने अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय, खास कर मानवाधिकार संगठनों से मांग की कि वे ‘भारत के दमन’ की सच्‍चाई दुनिया के सामने लाने में सकारात्‍मक भूमिका निभाएं। प्रस्‍ताव में यह भी कहा गया है कि इस इलाके में स्‍थायी शांति के लिए कश्‍मीर मसले का हल जरूरी है।

जम्‍मू-कश्‍मीर में जून से ही हिंसा का दौर जारी है और इसमें 100 से भी ज्‍यादा लोग मारे जा चुके हैं। इस हिंसा को अलगाववादी और पाकिस्‍तान परस्‍त ताकतें शह दे रही हैं, इसका सुबूत भी मिल गया है। इसके बावजूद पाकिस्‍तानी संसद की विशेष समिति ने एक महीने में कश्‍मीर की स्थिति पर कम से कम 5 बयान जारी किए हैं। इस कड़ी में सबसे ताजा बयान 16 सितंबर को जारी किया गया है। और अब सोमवार (20 सितंबर) को संसद में बाकयदा प्रस्‍ताव पेश किया गया है।

आज रात बृहस्पति होगा धरती के सबसे नजदीक


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 हमारे सौर परिवार का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति सोमवार की रात 2:52 बजे (यानी रात 12 बजे तारीख बदलने पर मंगलवार तड़के) पृथ्वी के सबसे नजदीक होगा। तब यह धरती से 59.20 करोड़ किमी की दूरी पर होगा। यह इतना चमकदार नजर आएगा कि उससे ज्यादा चमक सिर्फ चंद्रमा की ही होगी।

उस समय वह मीन राशि में होगा। वड़ोदरा के खगोलशास्त्री दिव्यदर्शन पुरोहित ने बताया कि यदि आसमान साफ रहा तो सूर्यास्त से लेकर सूर्योदय तक रातभर यह नजारा देखा जा सकेगा।

सौर परिवार का सबसे बड़ा ग्रह

सूर्य से दूरी के आधार पर बृहस्पति पांचवां तथा सबसे बड़ा ग्रह है और 11.86 साल में सूर्य का एक चक्कर लगाता है। यह धरती से 11 गुना बड़ा है। इसमें सौर परिवार के अन्य आठ ग्रहों से ढाई गुना ज्यादा गैसें व अन्य पदार्थ है।

इसके केंद्र में छोटा सा चट्टानी गोला है, जिसके चारों ओर मैटेलिक हाइड्रोजन है। यानी ऐसी द्रव हाइड्रोजन गैस जो धातु की तरह काम करती है। इसके चार चांद हैं, जिनमें से एक- यूरोपा की सतह के नीचे समुद्र होने की उम्मीद जताई जाती है। इसका बाहरी आवरण हाइड्रोजन व हीलियम के बादलों से बना है। इसके तेजी से घूमने के कारण बादलों में तूफान उठते हैं। इन तूफानों में एक ‘ग्रेट रेड स्पॉट’ सतह से आठ किमी ऊपर तक उठा हुआ है। यह धरती से तीन गुना बड़ा है।

ऐसा नजारा जिंदगी में एक बार

वैसे तो बृहस्पति हर 13 महीने में तुलनात्मक रूप से धरती के नजदीक आता है, लेकिन दोनों ग्रहों की घूमने की कक्षा गोल न होने के कारण दोनों के बीच दूरी घटती-बढ़ती रहती है। पिछली बार 1963 में बृहस्पति हमारे इतने नजदीक आया था। सोमवार के बाद आसमान में प्रखरता से चमकते बृहस्पति का नजारा 25 अगस्त 2022 को देखा जा सकेगा।

बोनस में यह भी

सोमवार को वरुण यानी यूरेनस गृह भी धरती के नजदीक होगा। तब यह हमसे 2.74 अरब किमी दूर होगा। हालांकि बृहस्पति से तीन गुना छोटे व पांच गुनी दूरी पर मौजूद इस ग्रह को देखने के लिए दूरबीन जरूरी होगी।

खगोलीय दूरबीन से दिखेगा

बृहस्पति की सतह, इसके चारों ओर मौजूद रिंग।

पृथ्वी से दो गुना बड़ा रेड स्पॉट।

धूमकेतु व लघुग्रहों की गुरु पर हो रही बौछार।

बृहस्पति के चारों चंद्र।

Sunday, September 12, 2010

गैंगस्टर की पत्नी के खाते में 90 लाख रुपये

बुलंदशहर जिले के एक कथित गैंगस्टर की पत्नी के विभिन्न बैंक खातों में करीब 90 लाख रुपये जमा पाए गए।




मेरठ के पुलिस उपमहानिरीक्षक जयनारायण सिंह ने कहा कि पिछले महीने मेरठ में गिरफ्तार किए गए अब्दुल गफ्फार एवं अकिल अहमद ने स्वीकार किया कि वे गाजियाबाद, मथुरा, मुरादाबाद और बुलंदशहर जिलों में डकैती एवं अपराध की अन्य घटनाओं में शामिल थे।



उन्होंने कहा कि उनसे 10 लाख रुपये बरामद किए गए और 90 लाख रुपये गफ्फार की पत्नी रेशमा के बैंक खातों में जमा थे।

अभिनेता सलमान खान ने माफी मांगी

अभिनेता सलमान खान ने मुंबई पर हुए 26/11 के हमले को लेकर की गई अपनी टिप्पणी को लेकर माफी मांगी है और कहा है कि बयान को ‘तोड़ा-मरोड़ा’ गया है और उनकी भावना किसी को चोट पहुंचाने की नहीं थी।




चौवालीस वर्षीय अभिनेता ने कहा, ‘साक्षात्कार को तोड़ा-मरोड़ा गया है। मैंने उसे स्वयं देखा, जिस तरह से यह टेलीविजन चैनलों पर दिखाया जा रहा है उससे यह असंवेदनशील लगता है। मैं केवल इतना कह रहा हूं कि अमीर और गरीब दोनों के लिए जीवन समान रूप से कीमती है, किसी हमले को मीडिया में ज्यादा महत्व मिलता है और किसी को कम। ऐसा क्यों? हर इंसान का जीवन कीमती है।’



उन्होंने कहा, ‘दुनिया में कहीं भी आतंकवादी हमला होता है तो वह घृणित है। एक आतंकवादी की कोई राष्ट्रीयता नहीं होती। उसका कोई धर्म नहीं होता और वह साहसी नहीं होता। मुझे अपनी खुफिया एजेंसियों, पुलिस और सशस्त्र सेनाओं पर पूरा विश्वास है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं चाहता था और किसी को ठेस पहुंची है तो मुझे इसके लिए बहुत, बहुत खेद है।’

एक सुंदर लड़की

एक सुंदर लड़की एंकर बनने का सपना। थोड़े से संपर्क और ढेर सारा उत्साह। राजधानी पहुंची, वहां उसकीएंकर सहेली वेट कर रही थी। गले मिली। आगे बढ़ी... और अगले हफ्ते में ही वोसुंदर लड़की पत्रकारिता की काली कोठरी में कैद हो गई। वहशी संपादकों, रिपोर्टरों, कैमरामैनों के जाल में फंस गई। देह को पाने के लिए पत्रकारिता की दुकान सजा रखी थी... कास्टिंग काउच का रोग जितनी तेज़ी से मीडिया में बढ़ रहा है. आपकी नज़र में क्या समाधान है ?

थम गया कोहराम, नहीं जलाई जाएगी कुरान

वाशिंगटन. दनिया भर में कड़ी निंदा और विरोध प्रदर्शन के बाद अमेरिकी पादरी टेरी जोंस ने आखिरकार कुरआन की प्रतियां नहीं जलाने की घोषणा की है। उसने कहा कि न्यूयार्क में 11 सितंबर 2001 के हमले में निशाना बनाए गए वल्र्ड ट्रेड सेंटर के पास मस्जिद नहीं बनाने के वादे के बदले में उसने अपनी योजना रद्द की है।

इससे तमाम देशों की सरकारों ने राहत की सांस ली है। जोंस की धमकी से दुनिया भर में हिंसा भड़कने की आशंका पैदा हो गई थी। इस्लामिक देशों ने कड़ी निंदा की थी, वहीं पश्चिमी देशों में कट्टरपंथियों के हमलों को लेकर चिंता बढ़ गई थी।

पहले पलट गया था जोंस:फ्लोरिडा के गाएन्सविले में डोव वल्र्ड आउटरीच सेंटर के पादरी जोंस ने पहले अपनी योजना रद्द करने के बाद पलटते हुए कहा था कि उन्होंने योजना निलंबित रखी है। लेकिन शुक्रवार को टीवी कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘इस वक्त हमने तय किया है कुरआन की प्रतियां नहीं जलाएंगे।’

उसने उम्मीद जताई कि फ्लोरिडा के इमाम मुहम्मद मुसरी अपने वादे पर कायम रहेंगे, जिसके तहत 9/11 के हमले का निशाना बने वल्र्ड ट्रेड सेंटर के पास इस्लामिक सेंटर नहीं बनाया जाएगा। पादरी ने कहा कि मुसलमान चाहते हैं कि हम कुरआन नहीं जलाएं, अमेरिकी चाहते हैं कि ग्राउंड जीरो के पास मस्जिद न बने। हालांकि मुसरी ने कहा कि यह डील केवल जोंस के दिमाग में ही है। न्यूयार्क की मस्जिद के बारे में वह फैसला नहीं कर सकता।

कुरान शरीफ पर लगा सवालिया निशान

वाशिंगटन. अमेरिका में एक पादरी द्वारा कुरान जलाए जाने की धमकी बाद अब एक किताब छपने जा रही है, जिसमें दावा किया गया है कि मुस्लिम समुदाय आजकल जो कुरान शरीफ पढ़ता है वह असली नहीं है।

अमेरिकी लेखिका टेरी केलहॉक ने अपनी किताब ‘द टॉपकापी सीक्रेट’ को हकीकत पर आधारित बताते हुए इसमें कुरान के असली होने पर सवालिया निशान लगाया है। अलबत्ता, वाशिंगटन के एक इमाम ने कहा है कि ऐसे दावे पहले भी किए जा चुके हैं इसलिए इससे मुसलमानों के अकीदे पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

मुसलमानों को दृढ़ विश्वास है कि कुरान अल्लाह के शब्द हैं जो उन्होंने पैगंबर मुहम्मद साहेब के जरिये प्रकट किए हैं, लेकिन बीबीसी के अनुसार केलहॉक कहती हैं कि कुरान को कई बार बदला गया है। आज कुरान का जो संस्करण लोग पढ़ते हैं वह 1924 में काहिरा में प्रकाशित हुआ था और यह मूल कुरान से अलग है। वर्जीनिया के कारी इरशाद को कुरान पूरी तरह कंठस्थ है। उनका कहना है कि शुरू से ही कुरान को कंठस्थ याद करने की परंपरा रही है, इसलिए इसमें बदलाव संभव नहीं है।

शरिया का हिस्सा लेकिन कुरान में नहीं : केलहॉक का दावा है कि दुष्कर्म करने पर पत्थर मारने और मां का दूध पिलाने पर जो पंक्तियां प्रकट हुई थीं वे कुरान का हिस्सा नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘पैगंबर के देहत्याग के बाद अव्यवस्था के माहौल में वे पंक्तियां खो गई थीं। आयशा (पैगंबर की पत्नी) के बिस्तर के नीचे वे पंक्तियां रखी थीं, जो आयशा के अनुसार एक जानवर खा गया। तो दुष्कर्म पर पत्थर मारने की सजा शरिया का हिस्सा है, लेकिन कुरान से गायब है।’

 First Sikh Police Officer In USA

उमर फारुक के खिलाफ मामला दर्ज

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के प्रमुख मीरवाइज उमर फारुक के खिलाफ मामला दर्ज किया है. मीरवाइज पर यह मामला कल एक रैली के दौरान उग्र भीड़ द्वारा सरकारी संपत्ति को आग लगाने के संबंध में दर्ज किया गया है

मुंबई हमलों पर सलमान की टिप्पणी से हंगामा

‘दंबग’ बॉलीवुड स्टार सलमान खान पर कुछ राजनीतिक दलों की भृकुटियां तन गई हैं. वजह यह कि उन्होंने पाकिस्तान के एक टीवी चैनल से साक्षात्कार के दौरान कहा कि मुंबई हमलों को इतना तूल इसलिए दिया गया क्योंकि ‘कुलीन लोगों को निशाना बनाया गया था.’
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