अहमदाबाद. वर्ष 2002 में गोधरा कांड के बाद भड़के दंगों की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने तत्कालीन गृह राज्यमंत्री गोरधन झडफिया व दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को तलब किया है। समन भेज कर तीनों को सोमवार 20 सितंबर को जांच एजेंसी के कार्यालय में पेश होने को कहा गया है। इन पर दंगों के दौरान अहमदाबाद में हुए नरोडा पाटिया, नरोडा गांव तथा गुलबर्ग सोसाइटी हत्याकांड के समय कर्तव्य निर्वाह में कोताही संबंधी आरोप हैं। जांच एजेंसी द्वारा तलब किए गए पुलिस अधिकारियों में सेवानिवृत्त एडीजी एमके टंडन तथा सीआईटी-क्राइम के तत्कालीन आईजीपी पीबी गोंदिया शामिल हैं।
मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर सकती है जांच एजेंसी: बहरहाल, सूत्रों का कहना है कि एसआईटी उक्त तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर इन्हें गिरफ्तार कर सकती है। गौरतलब है कि एसआईटी सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर गुजरात दंगों के चिंहित नौ मामलों की छानबीन कर रही है। जांच एजेंसी ने छानबीन की अंतरिम रिपोर्ट भी सर्वोच्च न्यायालय को सौंपी है। इसमें झडफिया,टंडन व गोंदया के खिलाफ मामला दर्ज करने की अनुमति मांग गई है। इसके लिए जांच एजेंसी ने तीनों की दंगों में कथित भूमिका का आधार प्रस्तुत किया। अंतरिम रिपोर्ट में उक्त तीनों मामलों की नए सिरे से जांच की आवश्यकता भी जताई गई थी।
. .तो चौथी पेशी होगी झडफिया की : पूर्व गृह राज्यमंत्री झडफिया समन के जवाब में यदि सोमवार को पेश हुए तो इस जांच एजेंसी के समक्ष उनकी यह चौथी पेशी होगी। इससे पहले वे तीन बार उपस्थित होकर अपना पक्ष रख चुके हैं। हालांकि बदले हालात में झडफिया की इस पेशी पर भाजपा सहित सभी की कड़ी नजर है। कारण, अब झडफिया भाजपा में नहीं हैं । इतना ही नहीं वे एसआईटी प्रमुख राघवन को पत्र लिख कर गवाह बनने की इच्छा जता चुके हैं।
मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर सकती है जांच एजेंसी: बहरहाल, सूत्रों का कहना है कि एसआईटी उक्त तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर इन्हें गिरफ्तार कर सकती है। गौरतलब है कि एसआईटी सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर गुजरात दंगों के चिंहित नौ मामलों की छानबीन कर रही है। जांच एजेंसी ने छानबीन की अंतरिम रिपोर्ट भी सर्वोच्च न्यायालय को सौंपी है। इसमें झडफिया,टंडन व गोंदया के खिलाफ मामला दर्ज करने की अनुमति मांग गई है। इसके लिए जांच एजेंसी ने तीनों की दंगों में कथित भूमिका का आधार प्रस्तुत किया। अंतरिम रिपोर्ट में उक्त तीनों मामलों की नए सिरे से जांच की आवश्यकता भी जताई गई थी।
. .तो चौथी पेशी होगी झडफिया की : पूर्व गृह राज्यमंत्री झडफिया समन के जवाब में यदि सोमवार को पेश हुए तो इस जांच एजेंसी के समक्ष उनकी यह चौथी पेशी होगी। इससे पहले वे तीन बार उपस्थित होकर अपना पक्ष रख चुके हैं। हालांकि बदले हालात में झडफिया की इस पेशी पर भाजपा सहित सभी की कड़ी नजर है। कारण, अब झडफिया भाजपा में नहीं हैं । इतना ही नहीं वे एसआईटी प्रमुख राघवन को पत्र लिख कर गवाह बनने की इच्छा जता चुके हैं।
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